बलिया मे 70 आहरित होने के बाद भी नहीं बन पायी सड़क

बलिया मे 70 आहरित होने के बाद भी नहीं बन पायी सड़क

बलिया मे 70 आहरित होने के बाद भी नहीं बन पायी सड़क

बलिया :उत्तरप्रदेश सरकार और केंद्र सरकार मिलकर विकास कार्य में तेजी से कार्य कर रहे है, पर इस विकास को पूर्ण रूप से नहीं कराया जा रहा है | क्योकि सरकार के इस विकास मे भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारी व कर्मचारी साथ नहीं निभा रहे है | विकास कार्य के इस गोलमाल में यह मामला सड़क बनवाने के नाम पर तहसील क्षेत्र का बतया जा रहा है जहा पर दो सड़क के नाम पर लगभग 70 लाख रुपये आहरित कराकर दो वर्ष तक सड़क निर्माण का कुछ अतापता नही है, क्षेत्र के परिजनो मे नाराजगी है वही क्षेत्र के लोग सम्बंधित ठीकेदार और अवर अभियंता की जांच की मांग कर रहे हैं. राज्य सड़क निधि से वर्ष 2019-20 में सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के बंशी बाजार (वन विभाग) तेंदुआ मार्ग से हुसेनपुर प्राथमिक विद्यालय होते हुए हरिजन बस्ती तक सड़क निर्माण की स्वीकृति मिली. जिससे इस मार्ग से जुड़े चार दर्जन से अधिक गांवों के लोगों में आवागमन सुलभ होने की आस जगी थी. लेकिन विभागीय लापरवाही और भ्रष्टाचार से यह उम्मीद परवान नहीं चढ़ सकी. करीब दो किलोमीटर लंबी सड़क जोकि लगभग 1.31 करोड़ की लागत से बनने वाली दो साल बाद भी नहीं बन पाई, जबकि प्रथम किश्त के रुप में ठीकेदार द्वारा 45 लाख रुपये भी आहरित कर लिया गया . विभागीय लोगो का कहना है ,की पटरी निर्माण पर यह धनराशि खर्च कर दी गई है. वहीं मार्ग की स्थिति धरातल पर हकीकत बयां कर रहा है.जहा पटरी होनी चाहिए वहा पर घास लगे हुए है।

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